पाकिस्तान के पूर्व आलराउंडर (Billy Abdulla)बिली इबादुल्ला ने 88 साल की उर्म में ली अंतिम सांस किया दुनिया को लाविदा
आइये जानते हैं इनके क्रिकेट करियर के बारे में…|
पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर खिलाडी बिली इबादुल्ला ने वर्ष 1964 में कराची में हुए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जड़ कर इतिहास रचा था | जो कि उस समय पाकिस्तानी बल्लेबाजों द्वारा बनाया गया सबसे अधिक स्कोर था।
Pakistan Cricketer बिली इबादुल्ला के जीवन से जुड़ीं बातें
बिली इबादुल्ला मूल रूप से पाकिस्तान के रहने वाले थे, वे एक कुशल क्रिकेटर थे, जिन्होंने 1960 और 1970 के दशक में पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के लिए खेला था। उनका पूरा नाम सईद अहमद इबादुल्ला है, लेकिन उन्हें आमतौर पर बिली इबादुल्ला के नाम से जाना जाता था। उनका जन्म 12 अप्रैल, 1935 को कराची, ब्रिटिश के पाकिस्तान में हुआ था।
पाकिस्तान क्रिकेटर बिली इबादुल्ला का क्रिकेट सफर
बिली इबादुल्ला बाएं हाथ के बल्लेबाज और एक अच्छे बाएं हाथ के स्पिनर थे। उन्होंने 1964 में कराची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया। उनका सबसे अच्छा क्रिकेट मैच 1964-65 में कराची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 166 रन बनाना था, जो उस समय एक टेस्ट मैच में किसी पाकिस्तानी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे अधिक स्कोर था।
अपने टेस्ट करियर में, इबादुल्ला ने 61 मैच खेले और 39.12 की औसत से 3,861 रन बनाए, जिसमें 6 शतक और 23 अर्धशतक
शामिल हैं। उन्होंने अपने बाएं हाथ के स्पिन से 2 विकेट भी लिए।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में बिली इबादुल्ला का योगदान
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, बिली इबादुल्ला विभिन्न क्षमताओं में खेल से जुड़े रहे। पाकिस्तानी क्रिकेट में उनके योगदान को उनके प्रशंसक और इतिहासकार दोनों ही याद करते हैं। इबादुल्ला का क्रिकेट करियर शानदार रहा, उन्होंने 1960 और 1970 के दशक में मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया। उनके क्रिकेट करियर की कुछ मुख्य बातें इस प्रकार से हैं:
1. टेस्ट डेब्यू और शुरुआती साल: इबादुल्ला ने 1964 में कराची में हुए मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाकिस्तान के लिए टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने जल्द ही खुद को एक मजबूत बाएं हाथ के बल्लेबाज और एक बेहतरीन बाएं हाथ के स्पिनर के रूप में अपने आप को तैयार कर लिया |
2. उल्लेखनीय प्रदर्शन: उनकी सबसे यादगार पारियों में से एक 1964-65 की सीरीज के दौरान कराची में खेले गए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई पारी थी, जिसमें उन्होंने 166 रन बनाए थे। यह पारी इसलिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि यह उस समय टेस्ट मैच में किसी पाकिस्तानी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे अधिक स्कोर था।
3. स्थिरता और योगदान: अपने पूरे करियर के दौरान, इबादुल्ला बल्ले से अपनी स्थिरता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने 61 टेस्ट मैचों में, 39.12 की औसत से कुल 3,861 रन बनाए। उनकी पारियों में 6 शतक और 23 अर्धशतक शामिल थे, जो पाकिस्तानी पारी को संभालने की उनकी क्षमता को दिखाती है।
4. टीम में भूमिका : अपनी बल्लेबाजी कौशल के अलावा, इबादुल्ला कभी-कभी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी भी करते थे, हालांकि उनकी मुख्य भूमिका ओपनर के तौर पर बल्लेबाज के रूप में थी। अपने कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइनअप को स्थिर करने में उनका योगदान महत्वपूर्ण था।
5. खेलने के बाद का करियर : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, बिली इबादुल्ला विभिन्न क्षमताओं में खेल से जुड़े रहे। पाकिस्तानी क्रिकेट में उनके योगदान के लिए उनका सम्मान किया आज भी किया जाता है और उन्हें एक प्रतिभाशाली और भरोसेमंद क्रिकेटर के रूप में याद किया जाता रहा।
बिली इबादुल्ला का करियर उस दौर में फैला जब पाकिस्तान क्रिकेट अंतरराष्ट्रीय मंच पर खुद को स्थापित कर रहा था। उनके प्रदर्शन ने न केवल टीम की सफलता में योगदान दिया, बल्कि पाकिस्तान और अन्य जगहों पर क्रिकेट जगत पर भी अपनी छाप छोड़ी।